कर्नाटक में मंदिरों पर कर लगाने को लेकर सियासी वबाल हो रहा है। कांग्रेस की राज्य सरकार ने रु० 1 करोड़ से अधिक कमाई करने वाले मंदिरों पर 10 प्रतिशत वार्षिक कर (tax) का प्रावधान कर दिया है और रु० 10 लाख से रु० 1 करोड़ तक की कमाई करने वाले कर्नाटक के मंदिरों को अपनी वार्षिक आय का 5 प्रतिशत टैक्स भुगतान करना होगा।
विडियो में वस्तुस्थिति का आंकलन कर रहे हैं पत्रकार व स्वधर्म के सह-संपादक कुमार श्री कांत। वे बता रहे हैं कि इस प्रकार के कर वसूली से हिंदुओं को कैसे हानि पहुँचती है। जैसे कि जो पैसा श्रद्धालु भगवान् के नाम चढ़ाते हैं, वह विधर्मियों के काम आता है।
यह कर मंदिरों से जिज़या वूसली की तरह है। मंदिरों पर ये कर इस्लामी क़ानून के तहत लगाया जाता था। दिल्ली सल्तनत और फिर औरंगज़ेब के तहत भारत के तत्कालीन शासकों ने ऐलान किया था कि उनके अधीन हिंदुओं को सुरक्शित रहने के लिए यह ख़ास कर अदा करना होगा।
इसी के साथ कुमार मंदिरों को सरकारी क़ब्ज़े से मुक्त करवाने के आंदोलन का समर्थन करते हैं ताकि कर्नाटक जैसी स्थिति बारबार न बने।
अयोध्या से आए तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि मुग़लों की तरह ही कांग्रेस को भी ख़त्म करने की ज़रूरत है। केवल हिंदू मंदिरों पर टैक्स लगाना मुग़लों के जज़िया/जिज़या कर जैसा है।
आचार्य शनिवार को नारायणपुर ब्लाॅक प्रमुख चन्द्र प्रकाश सिंह के आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुग़लों की तरह ही कांग्रेस को समाप्त करने की आवश्यकता है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और वहां हिंदू मंदिरों पर जिस तरह से टैक्स लगाया गया है, यह संविधान और राष्ट्र विरोधी है। साथ ही तुष्टिकरण की राजनीति से प्रेरित है।
आचार्य ने कहा कि जितना जल्दी भारत कांग्रेस मुक्त होगा, उतना ही देश और देशवासियों के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल राम-विरोधी ही नहीं, राष्ट्रविरोधी भी है।
आचार्य ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में हिंदुओं को टारगेट किया जा रहा है। जहाँ भी कांग्रेस की सरकार होती है, वहाँ हिंदुओं का उत्पीड़न, शोषण और प्रताड़ित किया जाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी नेता को एक तरफा कार्रवाई करना उचित नहीं होता है। अगर उन्होंने मंदिरों पर टैक्स लगाया तो मस्जिद और चर्च पर भी लगाना चाहिए। केवल मंदिरों पर टैक्स लगाकर कांग्रेस ने यह साबित कर दिया है कि कांग्रेस आक्रांता मुगलों जैसी ही है।
वहीं हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कर्नाटक के मंदिरों पर टैक्स लगने के मामले में कहा कि कांग्रेस अपनी ख़ासियत तभी दिखाती है जब इनकी सत्ता आती है, वैसे ये मंदिरों में जाकर माथा टेकते है और सत्ता में आते ही अपनी असलियत पर आ जाते हैं। मंदिरों पर टैक्स लगाना जज़िया/जिज़या के समान है और कांग्रेस यहीं कुछ करती है।